जैसा की आप सभी को ज्ञात है कि 1828 दारोगा तथा 385 सार्जेन्ट कुल 2213 पदों पर भर्ती हेतु विज्ञापन निकला है यह आप सभी के लिए सुनहरा अवसर है। अपने सपनों को हकीकत में बदलने के लिए। आप सभी को अभी से बिना एक पल गवाये प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी में जुट जाना चाहिए। हालांकि इन 2213 पदों के लिए प्रारंभिक परीक्षा की तिथि अभी तक घोषित नहीं हुई है।
दरोगा परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए अभियार्थियों की क्या रणनीति होनी चाहिए इसी विषय पर MyCareersView द्वारा साल 1994 से चल रहे अदम्य अदिति गुरुकुल के नाम से मशहूर कोचिंग संस्थान के संचालक गुरु रहमान से विशेष बातचीत।बैंकिंग, आईएएस, आईपीएस, एसएससी, रेलवे जैसे प्रतियोगी परीक्षा की सफल तैयारी अदम्य अदिति गुरुकुल में कराई जाती है। जहाँ गुरुकुल की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यहां अन्य कोचिंग संस्थानों की तरह फीस के नाम पर भारी-भरकम रकम की वसूली नहीं की जाती है।
1994 में बिहार में चार हजार दरोगा की बहाली के लिए प्रतियोगिता परीक्षा के आयोजन के दौरान उस परीक्षा में गुरुकुल से पढ़ाई करने वाले 1100 छात्रों ने सफलता हांसिल की थी। दरअसल पटना के नया टोला में चलने वाले गुरुकुल में सिर्फ बिहार के छात्र ही नहीं बल्कि गुरुकुल में झारखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से भी छात्र आकर गुरु रहमान से टिप्स लेते हैं।
तो आइये जानते है रहमान सर द्वारा दिए विद्यार्थियों के लिए विशेष परामर्शों ...
रहमान जी ने बताया कि प्रारंभिक परीक्षा में केवल एक पेपर है सामान्य अध्ययन का जिसमें 100 प्रश्न होंगे 200 अंक के। इसके लिए आपको इतिहास, भूगोल, राजव्यस्था, अर्थव्यवस्था, सामान्य विज्ञान, बिहार और करेन्ट अफेयर का अध्ययन करना होगा।
बातचीत में उन्होंने आगे बताया कि बिहार की किसी भी परीक्षा में सबसे अधिक प्रश्न इतिहास से आते हैं। इसलिए इसका अध्ययन व्यापक रूप से किया जाना चाहिए। इसके लिए आप तीन किताबों का सहारा ले सकते हैं। प्राचीन इतिहास - रामशरण शर्मा, मध्यकालीन इतिहास - सतीश चंद्रा और आधुनिक इतिहास - बीपीन चंद्रा। इन किताबों को पढ़ने से इतिहास के प्रति आपकी व्यापक समझ विकसित होगी, जिससे परीक्षा में आप किसी भी प्रश्न का उत्तर देने में सक्षम होंगे।
साथ ही इतिहास के बाद आपको राजव्यस्था पर ध्यान केन्द्रित करना होगा। इसके लिए क्लास 11 एवं 12 की NCERT पर्याप्त है। इसी तरह भूगोल के लिए भी आपको 11 और 12 की NCERT पढ़नी चाहिए।
अर्थव्यवस्था के लिए प्रतियोगिता दर्पण का अतिरिक्तांक पर्याप्त है। सामान्य विज्ञान के लिए 9 और 10 की विज्ञान की किताबें पढ़नी चाहिए। इससे आपको भौतिकी, रसायनशास्त्र, जीवविज्ञान तथा पारिस्थितिकी विज्ञान के प्रश्न आसानी से हल हो जायेंगे। बिहार के लिए विवास पैनोरमा प्रकाशन की किताब बहुत अच्छी है। समसामयिकी को प्रश्नों को हल करने के लिए प्रतियोगिता दर्पण मासिक पत्रिका का नियमित अध्ययन करते रहें।
उपरोक्त मूल पुस्तकों को पढ़ने के बाद 'लूसेन्ट सामान्य अध्ययन' का अध्ययन करें। संस्थान द्वारा दी गयी अध्ययन सामग्री को याद कर लें और प्रति दिन कम-से-कम एक सेट का प्रैक्टिस करें, आपको सफल होने से कोई रोक नहीं सकता।
अपनी MyCareersView द्वारा इस विशेष बातचीत में उन्होंने अभियर्थियों को सन्देश देते हुए बताया कि परीक्षा में सफलता पाने के लिए जरूरी है अध्ययन में निरंतरता बनाये रखना क्योंकि निरंतरता ही सफलता की सबसे बड़ी कुंजी और जननी है।