ऑनलाइन शिक्षा एक ऐसी शिक्षा है जो तकनीकी पर आधारित है। पिछले कुछ सालों में क्लासरूम शिक्षा में बहुत बदलाव आया है जहाँ पहले शिक्षा क्लासरूम तक ही सिमित थी वही आज आधुनिकता के दौर में शिक्षा भी डिजिट हो चूका है इसका उदहारण हम कोरोना के दौरान देख ही चुके हैं। पढ़ाई केवल शिक्षकों और क्लासरूम तक ही सीमित मानी जा रही है, बदलते वक्त और तकनीक के साथ शिक्षण पद्धति में एक बड़ा बदलाव आया है। ऑनलाइन कक्षाओं ने पारंपरिक संस्थानों की जगह ले ली है।
ऑनलाइन शिक्षा हमारी पारंपरिक शिक्षा व्यवस्था से थोड़ा सा अलग है। दरअसल घर बैठे-बैठे इंटरनेट व अन्य संचार उपकरणों के माध्यम से ली जाने वाली शिक्षा को ऑनलाइन शिक्षा कहा जाता है। डिजिटलीकरण का प्रभाव तब देखने को मिला जब लॉकडाउन के दौरान छात्रों की पढ़ाई की सारी जिम्मेदारी ऑनलाइन क्लास पर ही आ गई थी। कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण ऑनलाइन कक्षाओं का तेजी से विस्तार हुआ है। हालांकि ऑनलाइन शिक्षा पद्धति को लेकर आज के समय में माता-पिता थोड़े चिंतित हैं।
जिस तरह से बच्चा रेगुलर स्कूल जाकर पढ़ाई करता था, उसी तरीके से ऑनलाइन वर्चुअल क्लासेस (Online Virtual Classes) में भी पढ़ाई के सभी नियमों का प्रतिपादन किए जा रहे हैं। इसका परिणाम ये सामने आया है कि ऑनलाइन पढ़ाई भी बच्चों के लिए अच्छी और सुविधाजनक है। इससे भी बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाई जा सकती है। वही ऑनलाइन शिक्षा में समय व जगह की अनिवार्यता नहीं हैं। छात्र किसी भी जगह से और किसी भी समय ऑनलाइन शिक्षा ले सकते हैं।
ये भी जानकारी: MY CAREERS VIEW SCHOLARSHIP 2023: All Details Apply Here
आपको बताते चलें कि शैक्षणिक संस्थानों को वैकल्पिक शैक्षणिक ऑनलाइन अधिगम अपनाना पड़ा है, जिसे डिजिटल लर्निंग, ई-लर्निंग, वेबवेस्ड लर्निंग, वर्चुअल स्पेस लर्निंग, रिमोट लर्निंग, दूरस्थ शिक्षा या गृह शिक्षा इत्यादि नामों से भी जाना जाता है। अकादमिक विमर्श भी ऑनलाइन हो रहे हैं और प्रशासनिक व अकादमिक निर्णय लेने हेतु बैठकें भी ऑनलाइन हो रही हैं।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) ने विद्यार्थियों में समानता, पहुंंच तथा जीईआर में वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए उन्हें विविध ई-कंटेंट्स और पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराने में सराहनीय प्रगति की है। UGC ने सरकार के ICT यानी सूचना और प्रौद्योगिकी तकनीक पर आधारित संसाधनों के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में पहल की एक लिस्ट जारी की थी। यूजीसी का कहना था कि इसके माध्यम से छात्र, लॉकडाउन के दौरान मुफ़्त में पढ़ाई जारी रख सकते हैं।
इसमें स्वयं (SWAYAM) और नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी जैसे विकल्पों का ज़िक्र किया गया था। इतना ही नहीं आपको बताते चलें कि राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय विभिन्न पाठ्यक्रमों के ई-कंटेंट्स को उपलब्ध कराता है तो ई-पीजी पाठशाला के मंच पर स्नातकोत्तर स्तर तक की निःशुल्क ई-पुस्तकें तथा लगभग सभी विषयों के 700 पाठ्यक्रमों का पाठ्यचर्या आधारित ई-कंटेट उपलब्ध हैं।
वही मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) मंत्रालय ने शिक्षकों के लिए शिक्षण में वार्षिक पुनश्चर्या पाठ्यक्रम (अर्पित) और विद्यार्थियों के लिए व्यापक मुक्त ऑनलाइन पाठ्यक्रम (मूक्स) संचालित करने के लिए स्वयंं नामक अपना एक अधिगम मंच तैयार किया है।
हाल ही में छात्रों को सेकेंड डिग्री की शुरुआत की अनुमति भी दे दी गई है। जिसे वो अपने नियमित डिग्री कोर्स के साथ साथ ऑनलाइन या ओपन और दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि ऑनलाइन उच्च शिक्षा की बात करें तो अभी भी ये बहुत देर से और कुछ ही छात्रों के लाभ के लिए उठाए गए क़दम हैं।
हालांकि ऑनलाइन शिक्षा की कई ऐसी खासियत है जो इसे और भी सुविधाजनक बनता है। ऑनलाइन शिक्षा का सुविधा-स्तर ‘फेस-टू-फेस’ शिक्षा की अपेक्षा अधिक अच्छा है। यह माध्यम सस्ता है क्योंकि इसमें विद्यार्थी के आवासीय व परिवहन खर्च में कमी आती है। स्कूल , कॉलेज या शिक्षण संस्थाओं में जाने-आने में परिवहन में लगने वाला खर्चा भी बच जाता है। वही परिजनों की माने तो उन्हें अपने बच्चों के सुरक्षा की दृस्टि से अनजान शहर की विपरीत परिस्थितियों में रहने से भी मुक्ति मिलती है।
Benefits of Online Education
1. ऑनलाइन शिक्षा में समय व जगह की अनिवार्यता नहीं हैं।
2. ऑनलाइन में शिक्षक सीधे गूगल मीट या अन्य ऐप के माध्यम से अपने छात्रों से जुड सकते है।
3. शिक्षक विषय से संबंधित तथ्यों को फाइल लिंक , वेबपेज , वीडियो , ऑडियो व अन्य माध्यमों से भी छात्रों को भेज सकता है।
4. ऑनलाइन शिक्षा शिक्षक द्वारा पढ़ाये जाने वाले विषय का वीडियो बनाकर भी रख सकते है।
5. ऑनलाइन शिक्षा का एक और फायदा यह है कि स्कूल , कॉलेज या शिक्षण संस्थाओं में जाने-आने वाले समय की बचत हो जाती है। इस बचे हुए समय से छात्र ज्यादा बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
6. स्कूल , कॉलेज या शिक्षण संस्थाओं में जाने-आने में परिवहन में लगने वाला खर्चा भी बच जाता है।
7. ऑनलाइन शिक्षा से ग्रामीण क्षेत्र या दूरदराज के क्षेत्र , जहां स्कूल कॉलेज बहुत दूर है, जहाँ आसानी से यातायात के साधन भी उपलब्ध नहीं होते है। ऐसी जगहों में ऑनलाइन शिक्षा छात्रों के लिए बहुत उपयोगी हो सकती है।
8. ऑनलाइन शिक्षा उन बच्चों के लिए भी बहुत फायदेमंद है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। पढ़ाई के साथ-साथ अपना खर्चा निकालने के लिए नौकरी करना चाहते हैं।
9. ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में कुछ बड़े बैनर्स मुफ्त में क्लासेज या वीडियो उपलब्ध कराते हैं जिनका फायदा आर्थिक रूप से कमजोर या कोई भी छात्र ले सकता है।
10. ऑनलाइन शिक्षा को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, अब विश्वविद्यालय छात्रों को सर्टिफिकेट और डिग्री भी देने लगे हैं।
ऑनलाइन क्लास से मिलेंगी जबरदस्त सफलता
My Careers View के माध्यम और IT Gyan के सौजन्य से अब डिजिटल शिक्षा पाना और भी आसान है। जहाँ एक तरफ My Careers View आपके करियर से जुड़े सभी जानकारी को उपलब्ध करता है वहीँ IT Gyan के द्वारा आप ऑनलाइन क्लास की सारी सुविधायें आसानी से ग्रहण कर सकते हैं।